गरुड़ गोविन्द मंदिर
यस्मादिदम जगदुदेति चतुर्मुखाद्यम यस्मिन अवस्थितमशेषमशेष मूले, यत्रोपयाति विलयं च समस्तमंता दृग्गोचरो भवतु मे अद्यः स दीनबंधु।
चक्रमसहस्र करचारुकरारविन्दे गुर्वी गदा दरवरश्च विभाति यः च,पक्षीन्द्र पृष्ठ परिरोपित पादपद्मो द्रग्गोचरो भवतु मे अद्यः स दीनबंधु।
यस्यार्द्रष्टिवशतस्तु सुरा समृद्धि कोपक्षणेन दनुजा विलयं व्रजन्ति,भीताश्चरन्ति च यतोर्कयमानिलाद्या द्रग्गोचरो भवतु मे अद्यः स दीनबंधु।
ब्रज भगवान् श्री कृष्ण की लीला स्थली है। यहाँ भगवान् श्री कृष्ण ने
अनेक रूप धारण कर अनेक विभिन्न लीलाएं की। भगवान् श्री कृष्ण
के वे सभी लीला विग्रह ब्रज मंडल में विभिन्न स्वरूपों
में आज भी विराजमान हैं।
छटीकरा के पास 'षडंग वन' में विराजमान श्री गरुड़ गोविन्द जी
ब्रज के ऐसे ही प्राचीनतम श्री विग्रह हैं, जिनकी प्रतिष्ठापना
लगभग ५००० वर्ष पूर्व श्री कृष्ण भगवान् के प्रपौत्र
'वज्रनाभ जी' ने अपने कुलगुरु 'गर्गाचार्य' के सान्निध्य में की थी।
भगवान् श्री गरुड़ गोविन्द जी यहाँ पौराणिक 'बारह भुजाओ' के
अद्वितीय स्वरूप के साथ श्री गरुड़ जी की पीठ पर विराजमान हैं।
भगवान् का यह स्वरूप संसार में दुर्लभ है। श्री गोविन्द जी के साथ
बाईं तरफ माँ लक्ष्मी जी विराजमान हैं।
ठाकुर श्री गरुड़ गोविन्द जी के दर्शन परम मनोहर एवं कल्याणकारी हैं।गरुड़ गोविन्द जी के दर्शन मात्र से भक्तो को मनोवांछित फल की प्राप्ति
हो जाती है।
श्री गरुड़ गोविन्द जी की सन्निधि से पावन ब्रिज का यह पवित्र एवं प्राचीन तीर्थ स्थल 'काल सर्प योग अनुष्ठान' हेतु विश्व प्रसिद्द है।
ठाकुरजी के दर्शन मात्र से 'काल सर्प दोष' जनित प्रभाव विनष्ट हो
जाता है।
श्री गरुड़ गोविन्द जी का उल्लेख अनेक प्राचीन ग्रंथो-
'गरुड़ पुराण', 'गर्ग संहिता', 'भक्त माल', आदि में प्राप्त होता है।
Mandir Address & Location Details
The Garud Govind Temple is situated at the border line of Vrindavan Dham and Chhatikara on National Highway number 2 (#NH-2).
For any assistance/guidance you are advised to contact @
+91-9045832527 ; +91-8077860654 ; +91-9084529866
Lord Garud Govind temple is situated on National Highway no.2
This temple is as a junction point of Vrindavan, Goverdhan and Mathura.
Map
यस्मादिदम जगदुदेति चतुर्मुखाद्यम यस्मिन अवस्थितमशेषमशेष मूले, यत्रोपयाति विलयं च समस्तमंता दृग्गोचरो भवतु मे अद्यः स दीनबंधु।
चक्रमसहस्र करचारुकरारविन्दे गुर्वी गदा दरवरश्च विभाति यः च,पक्षीन्द्र पृष्ठ परिरोपित पादपद्मो द्रग्गोचरो भवतु मे अद्यः स दीनबंधु।
यस्यार्द्रष्टिवशतस्तु सुरा समृद्धि कोपक्षणेन दनुजा विलयं व्रजन्ति,भीताश्चरन्ति च यतोर्कयमानिलाद्या द्रग्गोचरो भवतु मे अद्यः स दीनबंधु।
ब्रज भगवान् श्री कृष्ण की लीला स्थली है। यहाँ भगवान् श्री कृष्ण ने
अनेक रूप धारण कर अनेक विभिन्न लीलाएं की। भगवान् श्री कृष्ण
के वे सभी लीला विग्रह ब्रज मंडल में विभिन्न स्वरूपों
में आज भी विराजमान हैं।
छटीकरा के पास 'षडंग वन' में विराजमान श्री गरुड़ गोविन्द जी
ब्रज के ऐसे ही प्राचीनतम श्री विग्रह हैं, जिनकी प्रतिष्ठापना
लगभग ५००० वर्ष पूर्व श्री कृष्ण भगवान् के प्रपौत्र
'वज्रनाभ जी' ने अपने कुलगुरु 'गर्गाचार्य' के सान्निध्य में की थी।
भगवान् श्री गरुड़ गोविन्द जी यहाँ पौराणिक 'बारह भुजाओ' के
अद्वितीय स्वरूप के साथ श्री गरुड़ जी की पीठ पर विराजमान हैं।
भगवान् का यह स्वरूप संसार में दुर्लभ है। श्री गोविन्द जी के साथ
बाईं तरफ माँ लक्ष्मी जी विराजमान हैं।
ठाकुर श्री गरुड़ गोविन्द जी के दर्शन परम मनोहर एवं कल्याणकारी हैं।गरुड़ गोविन्द जी के दर्शन मात्र से भक्तो को मनोवांछित फल की प्राप्ति
हो जाती है।
श्री गरुड़ गोविन्द जी की सन्निधि से पावन ब्रिज का यह पवित्र एवं प्राचीन तीर्थ स्थल 'काल सर्प योग अनुष्ठान' हेतु विश्व प्रसिद्द है।
ठाकुरजी के दर्शन मात्र से 'काल सर्प दोष' जनित प्रभाव विनष्ट हो
जाता है।
श्री गरुड़ गोविन्द जी का उल्लेख अनेक प्राचीन ग्रंथो-
'गरुड़ पुराण', 'गर्ग संहिता', 'भक्त माल', आदि में प्राप्त होता है।
Mandir Address & Location Details
The Garud Govind Temple is situated at the border line of Vrindavan Dham and Chhatikara on National Highway number 2 (#NH-2).
For any assistance/guidance you are advised to contact @
+91-9045832527 ; +91-8077860654 ; +91-9084529866
Lord Garud Govind temple is situated on National Highway no.2
This temple is as a junction point of Vrindavan, Goverdhan and Mathura.
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